ऐपल ने तीन नए iPhone लॉन्च कर दिए हैं जिनकी हर जगह चर्चा है। लोग तरह-तरह के मीम्स बना रहे हैं तो कोई इसके फीचर्स पर बात कर रहा है। वहीं iPhone 11 Pro और iPhone 11 Pro Max को लेकर एक नई बात सामने आ रही है कि कुछ लोग इसके कैमरा के डिजाइन से असहज हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोग लिख रहे हैं कि यह उनमें ट्राइपोफोबिया ट्रिगर कर रहा है।
क्या है Trypophobia
फोबिया यानी डर, लोगों में कई तरह के अनजाने डर होते हैं जिन्हें फोबियाज कहते हैं। ऐसा ही एक डर है है ट्राइपोफोबिया। सामान्य भाषा में समझें तो ट्राइपोफोबिया को होल्स यानी छेदों से डर को कहा जाता है। लेकिन हमेशा छेद ही नहीं कई बार एक साथ कई गोल आकृतियों के झुंड या उभार से इंसान में ट्राइपोफोबिया ट्रिगर हो जाता है। जिन लोगों को यह समस्या होती है उन्हें ऐसी आकृतियां देखकर उल्टी आना, सिर चकराना, दिल तेज धड़कना, झुरझुरी पैदा होना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
कई बार ट्राइपोफोबिक लोगों को तस्वीर की भी जरूरत नहीं होती ऐसी किसी आकृति के बारे में सुनकर भी उनका फोबिया ट्रिगर हो सकता है। Frontiers of Psychiatry के 2018 के रिव्यू के मुताबिक यह फोबिया ऐंग्जाइटी डिसऑर्डर से जुड़ा है और महिलाओं में ज्यादा देखा गया है।
कितना कॉमन है Trypophobia
कुछ रिसर्चेज की मानें तो ट्राइपोफोबिया बहुत कॉमन है। सायकॉलोजिल साइंस जर्नल में 2013 में छपी एक स्टडी के मुताबिक हिस्सा लेने वाले 16 फीसदी लोगों ने लोटस सीड पॉड (जिसमें कमल के बीज होते हैं) की आकृति को देखकर भी असहज होने की बात बताई।
किन चीजों को देखकर उभरते हैं लक्षण
-अनार
-बबल रैप
-मधुमक्खी का छत्ता
-स्ट्रॉबेरीज
-कीड़े-मकौड़ों की आंखें
-लोटस सीड पॉड
-स्पंज
इलाज
एक्सपोजर थेरपी, कॉन्गनिटिव बिहेविरल थेरपी (CBT), दवाएं, रिलेक्सेशन टेक्नीक वगैरह कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे फोबियाज पर कंट्रोल पाया जा सकता है।
