भोपाल। इन दिनों कमलनाथ सरकार के अंदर कुछ ठीक नही चल रहा है। आए दिन मंत्री-विधायक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है और बयानबाजी कर रहे है।अधिकारियों की कार्यशैली और सरकार पर सवाल उठा रहे है।कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह के बाद अब सरकार को मायावती के समर्थन दे रहे दो बसपा विधायक नाराज हो गए है। उन्होंने खुले तौर पर केपी सिंह के बयान का समर्थन किया है और अपनी ही सरकार पर जमकर हमला बोला है।वही विधायकों की नाराजगी से सरकार के माथे पर चिंता की लकीरे उभर आई है। अंदरखानों में जमकर हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, बसपा विधायक रामबाई सरकार के कामकाज से नाराज हो गई है और उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह के बयान का समर्थन किया है।रामबाई ने मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए । रामबाई का कहना है कि नाम नही बताऊंगी मगर कुछ मंत्री ऐसे है जो मेरा फोन भी नही उठाते। कुछ मंत्री अच्छे भी है। मुझे अपने क्षेत्र जे कामो के लिए सीधे सीएम से कहना पड़ता है, तब मेरे काम होते है। सरकार मिलाजुला काम कर रही है। बहुत अच्छा नही।
मंत्रिमंडल के विस्तार की कोई उम्मीद नही
वही लंबे समय से मंत्री बनने का सपना सजाए बैठी रामबाई ने कहा कि मंत्रिमण्डल विस्तार की अब कोई उम्मीद नही है, मुझे नही लगता कि वो किसी को भी मंत्री बनाएंगे। मंत्री बनाते है तो खतरा, नहीं बनाते है तो भी खतरा। जो कांग्रेसी विधायक मंत्री नही बने है वो नाराज हो जाएंगे, मगर अभी भी मुझे सीएम से पूरी उम्मीद है ।
कोई सुनता नही, अधिकारी कर रहे मनमानी
अधिकारियों की मनमानी पर इशारा करते हुए कहा कि क्षेत्र में कई गलत काम हो रहे है कोई सुनने वाला नही है।अधिकारी अपने मनमानी कर रहे है। मेरे कहने के बाद भी कोई अफसर नही हटाये जा रहे है। क्षेत्र की जनता परेशान है।
बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस में भ्रष्टाचार-बसपा विधायक वही भिंड से बसपा विधायक संजीव सिंह ने भी कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह के बयान का समर्थन किया और कहा कि केपी सिंह जी सही कह रहे है। संजीव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में बीजेपी सरकार से ज्यादा भ्रष्टाचार है । सरकार के संरक्ष्ण में भ्रष्टाचार हो रहा है। हालांकि उन्होंने सीएम कमलनाथ की तारीफ की और कहा कि वे तो अच्छे है, लेकिन मंत्रियों की कार्यशैली ठीक नही। मंत्री जमीनी स्तर पर काम नही देख रहे है , अभी भी भ्रष्टाचार संगठित रूप से जारी है।वही सरकार के कामकाज पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अभी तक इस सरकार ने प्रभावित नही किया, कई जनहितैषी गरीबो की योजनाएं बन्द कर दी गई, वैकल्पिक व्यवस्था की नहीं।
